आंखें हैं, पर देख नहीं सकती, पैर हैं, पर चल नहीं सकती, मुंह है, पर बोल नहीं सकती। बताओ, मैं कौन हूं? | 10 Majedar Paheliyan - Mehul Jain

आंखें हैं, पर देख नहीं सकती, पैर हैं, पर चल नहीं सकती, मुंह है, पर बोल नहीं सकती। बताओ, मैं कौन हूं? | 10 Majedar Paheliyan


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आज के पोस्ट में हम देखेंगे 10 Very Intresting Paheliyan और उसके जवाब भरोसा करो ये पोस्ट पढ़ के बहुत मजा आएगा चलो समय न गवाए

पहेली 1   – ऐसा कौन सा अपराध है जिसे करने की कोशिश की जाए तो उसकी सजा है लेकिन अगर कर लिया जाए तो कोई सजा नहीं  ?

जवाब  – आत्महत्या

पहेली 2 :- हरी डंडी लाल मकान तोबा तोबा करे इंसान बताओ क्या ?

उत्तर:- लाल मिर्ची

पहेली 3 :- रोज शाम को आती हूं मैं रोज सवेरे जाती हूं, नींद ना मुझको कभी समझना, यद्यपि तुम्हें सुलाती हूं ?

उत्तर:- रात

पहेली 4 :- बूझो मेरी एक पहेली, काटो तो नई नवेली, बताओ कौन ?

उत्तर:- प्याज

पहेली  5 – न मैं दिख सकती हूँ,  न मैं बिक सकती हूँ और न ही मैं गिर सकती हूँ.  बताओ मैं कौन हूँ  ?

जवाब  – हवा

पहेली 6  – ऐसी कौन सी चीज है जिसे हम निगलें तो जिन्दा रह पाएँ लेकिन अगर वो हमें निगले तो हम मर जाएँ  ?

जवाब  – पानी

पहेली  7 – ऐसी कौन सी चीज है जो सिर्फ बोलने से ही टूट जाती है  ?

जवाब  – ख़ामोशी

पहेली  8 – वह क्या है जिसका आना भी ख़राब है और जाना भी ख़राब है  ?

जवाब  – आँख

पहेली 9   – वह कौन है जो सुबह से लेकर शाम तक सूरज की तरफ ही देखता रहता है  ?

जवाब  – सूरजमुखी

पहेली 10 – आंखें हैं, पर देख नहीं सकती, पैर हैं, पर चल नहीं सकती, मुंह है, पर बोल नहीं सकती। बताओ, मैं कौन हूं?

जवाब – गुड़िया

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