
सवाल एक ऐसे चीज है की लोगों को उनकी ज्ञान की क्षमता को प्रदर्शित करता है, परंतु कुछ ऐसे सवाल होते है. जिसका जवाब बड़े से बड़े वैज्ञानिक और दार्शनिक को सोचने पर मजबूर कर देता हैं. कुछ ऐसे ही सवाल है हमारे पास अंडा पहले आया या मुर्गी. यह सवाल इस आधुनिक काल का नही है ये तो प्राचीन से लोगो को परेशान कर रहा है, अंडा पहले आया या फिर मुर्गी. अगर आपको पूछा जाए की आंड पहले या फिर मुर्गी तो आप कहेंगे की अंडा फिर मुर्गी से तो अंडा आता है. और अगर आप कहेंगे मुर्गी तो फिर इस मुर्गी को कैसे आई. घुमा फिरा के सवाल वही पर आ कर खड़ी हो जाती हैं की आखिर मुर्गी आया पहले तब मुर्गी भी तो किसी अंडे से आया होगा.

आइए हम इस पेचीदा सवाल को कुछ तर्कों और वैज्ञानिक आधार पर समझते है. जिससे की हमको इसको समझने में आसानी हो सकें और हम इस सवाल को पूछने वाले को संतुष्ट कर सके.
शुरुआती दौर में समझे तो पृथ्वी पर जीवन की उत्पति लगभग 4 अरब वर्ष पहले हुई थी. इस इस समय पृथ्वी पर प्राकृतिक रूप से जीवन के प्रतिकूल परिस्थितियां पैदा हुई. पृथ्वी पर सर्वप्रथम विकसित होने वाले पौधे सायनोबैक्टीरिया नामक हरा शैवाल था. कालांतर में सभी जीव धरती पर पनपने लगे. इस प्रकार हम सभी जीव जंतु में मुर्गी और अंडे को ले कर समझ सकते है.
इस प्रकार कुछ वैज्ञानिकी आधार पर चर्चा करते है. जिसमे शेफील्ड और वारविक विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों के एक टीम का मानना है कि धरती पर अंडे से पहले मुर्गी का जन्म हुआ था. आइए देखते है की आखिर इस टीम ने किस आधार पर दावा किया कि मुर्गी अंडे से पहले आई.

वैज्ञानिकों ने अपने स्टडी में पाया कि ओवोक्लाइडिन नाम का प्रोटीन अंडे के खोल के निर्माण में बहुत कारगर होता है; और यही प्रोटीन मुर्गी के अंडाशय से पैदा होता है. इसलिए पहले अंडा आया या मुर्गी, इस पेचीदा सवाल का जवाब मिल गया है. वैज्ञानिकों के इस स्टडी से निष्कर्ष निकलता है कि पहले मुर्गी आई और उसके बाद में अंडा पैदा हुआ.
यद्यपि इस तथ्य के आधार पर हम सदियों से पूछे जा रहे सवाल अंडा पहले आया की मुर्गी का जवाब दे सकते है. हालाकि वैज्ञानिकों ने इस पर साफ साफ भी कहा की मुर्गी पहले आई फिर उसके बाद अंडा, परंतु इन तथ्यों के आधार पर पूछने वाले समझा सके है और उनकी जिज्ञासा को शांत किया जा सकता है.